प्रथम एंटी-सैटेलाइट मिसाइल ‘मिशन-शक्ति’

निचे प्रकशित की गई जानकारी भारत की प्रथम एंटी-सैटेलाइट मिसाइल ‘मिशन-शक्ति’ के बारे में दी गयी है| इस भाग का अध्ययन करने के बाद आप प्रधान मंत्रीं श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने संबोधन में प्रकट किए गए भारत की पहली एंटी-सैटेलाइट मिसाइल ‘मिशन-शक्ति’ के बारे में सही और सटीक सामान्य ज्ञान जानकारी हिंदी भाषा में.

What is Mission Shakti in Hindi? India’s First Anti-Satellite MIssile

मार्च 2019 में भारत देश के प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने संबोधन में यह प्रकट किया की भारत की पहली एंटी-सैटेलाइट मिसाइल ने अन्तरिक्ष में एक उपग्रह को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया है। भारत में इस मिशन को “मिशन शक्ति” का नाम दिया गया है। मिशन शक्ति के द्वारा पृथ्वी की निम्न कक्षा में सैटेलाइट को नष्ट किया।

भारत की यह बहुत बड़ी उपलब्धि हैं और भारत ने इस कार्य लांच के केवल 3 मिनट बाद ही पूरा कर लिया गया। भारत के द्वारा मार गिराया गया सैटेलाइट भारत का ही सैटेलाटइ था, जो काम नहीं कर पा रहा था| इस सैटेलाइट को गिराने का मकसद वैज्ञानिकों द्वारा एक चयन था| भारत ने इस मिशन का सिर्फ एक टेस्ट किया इसमें किसी अन्य देश का सैटेलाइट नष्ट नहीं किया|

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहाँ की यह भारत के इस मिशन का किसी दुसरे राष्ट्र/देश के विरुद्ध नहीं हैं, और इस मिशन को सफलतापूर्वक पूर्ण करने में किसी भी देश या अंतराष्ट्रीय संधि या कानूनों का उल्लंघन नहीं किया|

इस मिशन में भारत द्वारा अतंरिक्ष में एक लो ऑर्बिट सैटेलाइट को मिसाइल के द्वारा नष्ट कर गिराया है। और इस लाइव सैटेलाइट को ध्वस्त करने के लिए भारत द्वारा ASAT मिसाइल का उपयोग किया| इस अन्तरिक्ष मिशन में भारत विश्व का चौथा देश बन गया हैं जिसने अन्तरिक्ष में सैटलाइट को ध्वस्त किया, इससे पहले केवल विश्व में तीन अमेरिका, रूस और चीन ने इस सैटलाइट मिशन को पूर्ण कर पाए हैं|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक घोषणा की और यह आश्वासन भी किया की भारत ने इस मिशन को अपनी सुरक्षा के लिए सफलतापूर्ण पूर्ण किया है किसी के खिलाफ नहीं और हम किसी भी देश को युद्ध के लिए उकसाना नहीं चाहते| और भारत की इस उपलब्धि के बाद भारत देश की अन्तरिक्ष में भी एक बड़ी ताकत बन गई हैं और यदि कोई दुश्मन देश की जासूसी सैटेलाइट्स नजर आती है तो  अब हमने उसे नष्ट करने की ताकत हासिल कर ली हैं|

“मिशन शक्ति” का का नेतृत्व रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन द्वारा किया गया। और इस उपलब्धि में भारत अन्तरिक्ष में 300 किलोमीटर की दुरी पर मौजुद दुश्मन की जासूसी मिसाइल को टारगेट सैटेलाइट की मदद से ध्वस्त कर सकेगा|

इस मिशन को पूर्ण करने में यदि बात करें तो यह बहुत जटिल मिशन था, यह विशेष हैं की इस मिशन ने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तीव्र गति तथा उत्तम सटीकता से अन्तरिक्ष में उपग्रह को नष्ट किया|

प्रिय मित्रों, हमने आशा हैं की, ऊपर दी गई भारत की पहली एंटी-सैटेलाइट मिसाइल मिशन शक्ति के बारे में आपको सम्पूर्ण एवं सटीक जानकारी मिली होगी यदि फिर भी ऐसा कुछ जो मिशन शक्ति के बारे में यहाँ नहीं बताया गया तो कृपया हमने कमेंट के जरीय बताएं.

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