Facts about Taj Mahal in Hindi – ताजमहल के बारे में रोचक जानकारी
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Here we introduced about Taj Mahal in Hindi with the help of Taj Mahal general knowledge you will know most important fact about beautiful Taj Mahal in Hindi.
ताजमहल भारत की सुन्दर स्मारकों में से एक है जो आगरा में स्थित ये दुनिया के सात अजूबो में गिनी जाती है ताजमहल को शाहजहाँ द्वारा उनकी प्रिय पत्नी मुमताज की याद में बनाया गया था ताजमहल को देखने देश विदेश एवं दुनिया भर से भारी संख्या में पर्यटक आते है और इसकी सुन्दरता का आनंद लेते है ताजमहल के बारे कुछ ऐसी रोचक तथ्य/जानकारियाँ है जिनके बारे में शायद आपने सुना हो , देखा हो या पढ़ा हो यदि आप ताजमहल के बारे और अधिक सामान्य ज्ञान जानकारी जानना चाहते है तो इस लेख में हमने ताजमहल के बारे बहुत महत्वपूर्ण रोचक जानकारियाँ प्रकाशित की है जिससे आपको ताजमहल के बारे में अधिक जानने को मिलेगा|
Interesting Facts and General Knowledge About Taj Mahal in Hindi
ताजमहल का निर्माण 1632-1653 के समय हुआ था। शाहजहाँ ने इस सुन्दर ईमारत को बनबाने के लिए लगभग 32 मिलियन रूपए खर्च किए जिसे आज अब हम प्यार/मोहब्बत के प्रतीक के रूप में पहचानते हैं। परन्तु इस सुन्दर इमारत का वर्तमान में क्या मुले होता यदि आज इसकी राशि की बात करें तो लगभग इसलि कीमत $ 1 बिलियन के करीब होगी।
यदि ताजमहल की इमारत की बात करें तो लगभग 28 प्रकार के कीमती और अर्ध-कीमती पत्थरों का उपयोग ताज को सजाने के लिए किया गया था और उन्हें बहरी देशो से तिब्बत, चीन, श्रीलंका और भारत के कुछ हिस्सों से इकट्ठा किया गया था।
यदि ताजमहल के निर्माण की बाते करें तो इसके निर्माण के लिए पूरे भारत और एशिया की सामग्री का उपयोग किया गया था। कहा जाता है कि निर्माण सामग्री के परिवहन के रुप में लगभग 1,000 से अधिक हाथियों का उपयोग किया गया था जो भारी पत्थर को ले जाने में सहायक थे।
ताजमहल की मीनार को अगर ध्यान से देखा जाए तो या ये चारो मीनारे सीधे खड़े होने के बजाय बाहर की और थोई झुकी हुई है| इन मीनारों का निर्माण इस तरह से किया गया है की भूकंप और प्राक्रतिक आपदा जैसे मामले में मुख्य मकबरे को इस पर मीनारों के गिरने से क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सके|
यह सुनिश्चित करने के लिए कारीगरों के हथियारों की काट-छाँट की जा रही है कि इस तरह का कोई स्मारक फिर से नहीं बनाया गया है, एक ही आदमी के रूप में एक धोखा है- उस्ताद अहमद लाहौरी (ईरान से एक फारसी) जो वास्तुकार टीम के पर्यवेक्षक थे, ने नींव रखी लाल किले का भी।
ताजमहल के निर्माण में जिन करिकारो का हाथ था उनके हाथ काटवा दिए गए ताकि यह इस तरह की सुन्दर ईमारत दौबारा कभी और न बन सके.
आपको यह भी मालुम होना चाहिए है इस सुन्दर इमारत ताजमहल की नींव यमुना नदी पर रखी हुई है यह और इसकी नींव लकड़ी की बनी हुई है यमुना नदी के कारण लकड़ी को आज तक मजबूत और नम रखा गया है।
ताजमहल की दीवारों पर की गई वास्तुकला मुगल डिजाइनों का विस्तार और चित्रण करती है जोकि भारतीय, फारसी और इस्लामी चित्रण परंपरा का संयोजन है।
ताजमहल की दीवारों पर सुलेख अधिकतर पवित्र पुस्तक- कुरान शरीफ से लिया गया है। ताजमहल की दीवारों के अलावा, इस तरह का शिलालेख रानी मुमताज महल और सम्राट शाहजहाँ के मकबरे पर भी अंकित हैं।
ताजमहल के निर्माण में प्रयोग किए गए कीमती संगमरमर के पत्थर विभिन्न क्षेत्रों राज्यों और देशों से खरीदे व् लाए गए थे। जिसमें से पारदर्शी सफेद संगमरमर मकराना से खरीदा गया था, जेड एंड क्रिस्टल नामक पत्थर चीन एश से आयात किया गया था, पंजाब से जैस्पर, अफगानिस्तान से लापीस लजुली, अरब से कैरेलिया और तिब्बत से फ़िरोज़ा।
आपको यह भी मालुम होना चाहिए की ताजमहल कुतुब मीनार (पाँच फीट के अंतर के साथ) से लंबा है।
ताजमहल के मुख्य बगीचे में में डैफोडिल, गुलाब और फलों आदि के पेड़/पोधे शामिल हैं जो इसकी सुन्दरता और बढ़ाते है|
आपको शायद ये मालुम होगा की ताजमहल पहले बुरहानपुर (मध्य प्रदेश) में बनाया जाना था| जहाँ शाहजहाँ की प्रिय पत्नी मुमताज की मृत्यु बच्चे के जन्म के समय हुई थी परन्तु बुरहानपुर पर्याप्त सफेद संगमरमर की आपूर्ति नहीं हो सकी और इसलिए ताजमहल का निर्माण आगरा में किए जाने का निर्णय लिया गया जोकि वर्तमान में अब पर्यटकों का आकर्षण बन गया है|
ताजमहल के अंदर लगभग 60 किलोग्राम वजन का सुंदर दीपक तांबे का बना हुआ है जिसपर लॉर्ड कर्जन का नाम अंकित है यह दीपक शाही दरवाजों में से एक के नीचे रखा गया है, जहाँ पर जाने वालो को इस ताज की पहली झलक मिलती है।
ताजमहल के मकबरे में अल्लाह के 99 अलग-अलग नाम सुलेख संबंधी शिलालेखों के रूप में प्रकाशित हैं।
शाहजहाँ की अन्य मुख्य पत्नियों और पसंदीदा नौकरों को मकबरों (ताजमहल के बाहर लेकिन उसी परिसर में) में दफनाया गया है।
शाहजहाँ और उसकी पत्नी मुमताज़ को ताज महल के भीतरी कक्ष के नीचे एक सादे तहखाने में दफनाया गया है क्यूंकि इस्लामिक परंपरा के अनुसार, कब्रों को सजाया नहीं जाता है।
एक अनुमान के अनुसार ताजमहल की सालाना 4-8 मिलियन से अधिक पर्यटक इसे देखने आते हैं, ताजमहल भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले और सुंदर स्मारकों में से एक है, और कभी-कभी ऐसा होता है की एक दिन में इस सुन्दर स्मारक को देखने के लिए लगभग 40-50 हजार से अधिक पर्यटक आते हैं।
ताजमहल का ताज समय के उजाले के आधार पर अपना रंग बदलता है इसका अर्थ में, ताज सुबह गुलाबी, शाम को दूधिया सफेद और चांदनी में सुनहरा दिखाई देगा।
वर्ष 2007 में यूनेस्को की विश्व धरोहर ने ताजमहल को सात अजूबों में से एक ’के रूप में वर्गीकृत किया, जिसमें 100 मिलियन से अधिक वोट थे।
ताजमहल प्रार्थना के लिए शुक्रवार को नहीं खुलता इस दिन यह बंद रहता है|
एक प्रसिद्ध तथ्य यह भी है कि, ताजमहल (वर्ष 1632-53 से) के निर्माण में लगभग 22 वर्ष का समय लगा। हालांकि काम पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ क्योंकि इसके बाद भी छोटे कार्य जारी रहे।
यह माना जाता है कि 1857 के सिपाही विद्रोह के दौरान, कुछ ब्रिटिश सैनिकों ने कब्र की दीवारों से कीमती और अर्द्ध कीमती पत्थरों को हासिल कर लिया था|
20,000 से अधिक मजदूरों का योगदान रहा इस प्रेम के प्रतीक के निर्माण की विशाल परियोजना को बनाने में|
वायु प्रदुषण के साथ समय के साथ ताज महल की सफ़ेद संगमरमर पीला होता जा रहा था। इसके अलावा, ताजमहल के ऊपर (इसलिए यह नो-फ्लाई ज़ोन है) किसी विमान के लिए उड़ान भरना मना है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ताज एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा छुपाया गया था। उस समय इसे एक विशाल मचान के साथ कवर किया गया था.