नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में होगा शिक्षा का सार्वभौमीकरण और देश को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना, पढ़े अन्य जानकारी
- श्वेता कुमारी
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National Education Policy – नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति)
National Education Policy – नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) – नेशनल एजुकेशन पॉलिसी क्या है? | National Education Policy in Hindi – हाल ही में, मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय ने National Education Policy के तहत महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इस नई शिक्षा नीति की शुरुआत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो, के पूर्व प्रमुख डॉक्टर कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में हुई है। इस National Education Policy को कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है, और इसके परिणामस्वरूप, आने वाले समय में स्कूल और कॉलेजों में शिक्षा के कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इस नयी नैतिक शिक्षा नीति का उद्देश्य है शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और समृद्धि को प्रोत्साहित करना, जिससे आगामी पीढ़ियों को बेहतर शिक्षा का अधिक अवसर मिलेगा। इसके साथ ही, यह नीति नई तरीके से शिक्षा प्रणाली को सुधारने और विकास करने का लक्ष्य रखती है। इसलिए, National Education Policy में किए गए बदलावों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए, हम आपको हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने की सलाह देते हैं.
National Education Policy – नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति)
- National Education Policy के तहत भारत में स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा की नीति बनाई जाती है।
- नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की शुरुआत इसरो के प्रमुख चिकित्सक, डॉक्टर कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में हुई है।
- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत, 2030 तक स्कूली शिक्षा में 100% गर्ल्स इन डिज़्गाइसेड रूम्स (GIR) के साथ प्री-स्कूल से सेकेंडरी स्कूल तक शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जाएगा।
- नई शिक्षा नीति के तहत, पूर्व 10+2 के पैटर्न को बदलकर अब 5+3+3+4 के पैटर्न का पालन किया जाएगा।
National Education Policy – नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) – Overview
योजना | नेशनल एजुकेशन पॉलिसी |
आरम्भ | शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल |
उद्देश्य | शिक्षा का सार्वभौमीकरण करना है तथा भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। |
आधिकारिक वेबसाइट | www.mhrd.gov.in/ |
विभाग | शिक्षा विभाग, भारत सरकार |
वर्ष | – |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
National Education Policy:- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) का उदेश्य
- नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य है कि भारत को विश्व स्तर पर शैक्षिक दृढ़ता प्राप्त करना है।
- नई नीति के तहत शिक्षा को सार्वभौमिक बनाने का लक्ष्य है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- इस से बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे और अपने जीवन को उज्जवल बना सकेंगे।
- नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य बच्चों को तकनीकी और रचनात्मक शिक्षा के साथ-साथ शिक्षा के महत्व को समझाना है।
- यह नीति बच्चों को उनके कल के लिए पूरी तरह से तैयार करने का उद्देश्य रखती है, जिससे उनमें सशक्तिकरण और मनोबल बढ़ सके।
National Education Policy:- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) के कुछ मुख्य अंश
- कई प्रविष्टियां और निकास बिंदु उच्च शिक्षा के लिए उपयुक्त प्रमाणीकरण के साथ होंगे।
- ग्रेजुएट कोर्स 3 से 4 साल का हो सकता हैं, जिसमें कई निकास विकल्प होंगे।
- शैक्षणिक बैंक ऑफ क्रेडिट का गठन किया जाएगा, जिसमें छात्रों द्वारा अर्जित डिजिटल अकादमी क्रेडिट को विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों के माध्यम से एकत्र किया जाएगा।
- पाठ्य पुस्तकों पर निर्भरता को कम करते हुए, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य ई-लर्निंग पर जोर देना भी है।
- उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी सामान्य प्रवेश परीक्षा की पेशकश करेगी।
- 2030 तक, हर जिले में कम से कम एक बड़ा बहु-अनुशासनात्मक उच्च शिक्षा संस्थान बनाया जाएगा।
- इस नई शिक्षा नीति में 2040 तक सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को बहु-विषयक संस्थान बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- भारतीय उच्चतर शिक्षा आयोग समग्र उच्च शिक्षा के लिए एकमात्र निकाय होगा। (चिकित्सा और कानूनी शिक्षा को छोड़कर)
- भारत के उच्च शिक्षा आयोग में चार वर्टिकल होंगे जो राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा नियामक परिषद, सामान्य शिक्षा परिषद, उच्च शिक्षा परिषद और राष्ट्रीय प्रत्यायन परिषद होगे।
- शिक्षा नीति के तहत, सरकारी और निजी शिक्षा समान होगी और विकलांग लोगों के लिए शिक्षा बदल
National Education Policy:- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) के तहत सुविधाएं
- स्कूलों में बच्चों के बैग के वजन को कम करने के लिए क्लास टाइम टेबल बनाए जाएंगे।
- सभी पुस्तकों का वजन प्रकाशकों द्वारा मुद्रित किया जाएगा, और पुस्तकों के चयन के समय भी वजन का ध्यान दिया जाएगा।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत, पहली और दूसरी कक्षा के छात्रों को कोई होमवर्क नहीं दिया जाएगा, जबकि कक्षा III, IV, V के छात्रों को हर हफ्ते केवल 2 घंटे का होमवर्क दिया जाएगा।
- स्कूलों को मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता का ध्यान देना चाहिए, ताकि बच्चों को लंच बॉक्स नहीं लाना पड़े, और पानी की सुविधा भी उपलब्ध हो।
National Education Policy:- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) के विशेषताएं
- मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय अब शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा।
- National Education Policy के अनुसार, शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जाएगा, और मेडिकल और लॉ की पढ़ाई शामिल नहीं की जाएगी।
- नई शिक्षा नीति के अनुसार, 5+3+3+4 का पैटर्न फॉलो किया जाएगा, जिसमें 12 साल की स्कूली शिक्षा होगी और 3 साल की प्री स्कूली शिक्षा प्रदान की जाएगी।
- इस नई शिक्षा नीति के अनुसार, छठी कक्षा से व्यवसायिक परीक्षण इंटर्नशिप आरंभ कर दी जाएगी।
- पालिसी के अनुसार, पांचवी कक्षा तक शिक्षा मातृभाषा या फिर क्षेत्रीय भाषा में प्रदान की जाएगी।
- छात्र अपनी इच्छा के अनुसार विषय चुन सकेंगे, और किसी विशेष स्ट्रीम को फॉलो करने की आवश्यकता नहीं होगी।
- छात्रों को छठी कक्षा से कोडिंग सिखाई जाएगी।
- सभी स्कूल डिजिटल इक्विप्ड किए जाएंगे और सभी प्रकार की इकॉन्टेंट को क्षेत्रीय भाषा में ट्रांसलेट किया जा सकेगा।
- नई शिक्षा नीति के माध्यम से वर्चुअल लैब डिवेलप किया जाएगा।
National Education Policy:- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (नई शिक्षा नीति) के लिए रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया
- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट के होम पेज पर रजिस्ट्रेशन विकल्प पर क्लिक करें।
- एक नया पेज खुलेगा, जहां आपको आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद, रजिस्टर विकल्प पर क्लिक करें।
- इसके बाद, आपका नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के लिए रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।
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