April Fool Day- 1 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है अप्रैल फूल डे, क्या है इसका इतिहास
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April Fool Day Hindi- 1 अप्रैल को ही क्यों मनाते हैं ‘फूल्स डे’? जानें इसका इतिहास और महत्व
April Fool Day Hindi- हर साल 1 अप्रैल को भारत समेत पूरी दुनिया में अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाता है. कई देशों में तो इस दिन को छुट्टी भी घोषित होती है. ये एक ऐसा दिन है जब देश-विदेश के लोग एक-दूसरे के साथ मजाक करते हैं, उन्हें तरह तरह के झूठ बोलकर बेवकूफ बनाते हैं और फिर उनपर हंसते हैं.
‘April Fool Day’ का महत्व
यह दिन मौज-मस्ती, आनंद और खुशी से भरा होता है. इस विशेष दिन लोग , यार-दोस्त आपस में चुटकुले साझा करके एक दुसरे का मजाक बनाते है, साथ ही अलग-अलग तरह के प्रैंक करके खुशियां फैलाते है.
दुनिया भर में अलग-अलग फूल्स डे के तरीके
फ्रांस, इटली और बेल्जियम जैसे देशों में लोग इस दिन को “April Fish” भी कहते है, जहां दोस्तों की पीठ पर कागज की मछली चिपका दी जाती है यह वह का एक रिवाज है! वहीं, कुछ जगहों पर झूठी खबरें फैलाना या अजीबोगरीब झूठे चुटकुले सुनकर एक-दुसरे को मुर्ख बनाना भी परंपरा बन गया है. मगर एक बात सभी जगह एक जैसी है—”इस दिन किया गया झूठा मजाक, गुस्सा नहीं, हंसी लाता है!”
कैसे शुरू हुआ अप्रैल फूल डे?
इस दिन के पीछे कई रोचक इतिहास हैं,
- कैलेंडर वाला मजाक
साल 1582 में फ्रांस ने जूलियन कैलेंडर को छोड़कर ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया था. पुराने कैलेंडर में नया वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होता था, लेकिन नए कैलेंडर में यह 1 जनवरी हो गया. मगर कुछ लोगों को यह बदलाव पसंद नहीं आया और वे 1 अप्रैल को ही नया साल मनाते रहे! बाकी लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और “अप्रैल फूल” कहकर चिढ़ाने लगे. तब से यह परंपरा बन गई. - प्राचीन रोम का हिलेरिया फेस्टिवल
कुछ इतिहासकार इसे “हिलेरिया” (Hilaria) से जोड़ते हैं, जहां पर लोग अपना भेष बदलकर दूसरों को बेवकूफ बनाते थे और उनका मजाक उड़ाते है! यह दिन मार्च के अंत के अगले दिन मनाया जाता था, जो आज के अप्रैल फूल डे से काफी मिलता-जुलता है. - प्रकृति भी करती है मजाक
एक और दिलचस्प बात के अनुसार, वसंत ऋतु के आसपास प्रकृति अपना मूड बदलती रहती है—कभी धूप, कभी बारिश और कभी ठंड! ऐसे में, प्रकृति भी खुद लोगों के साथ मजाक करती है, और शायद इसीलिए अप्रैल फूल डे की शुरुआत हुई!
आप भी किसीको अप्रैल फूल बनाना चाहते है?
चाहे कोई झूठी बात फैलानी हो, या फिर अजीब सा चुटकुला सुनाना हो! लेकिन याद रखें—मजाक हमेशा मासूमियत ख़ुशी से भरा होना चाहिए, किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे! हैप्पी अप्रैल फूड डे.