उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोकगीत; जानें यूपी के लोकप्रिय लोक संगीत – Major Folk Music of Uttar Pradesh
- श्वेता कुमारी
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Major Folk Music of Uttar Pradesh in Hindi – भारत के उत्तर में स्थित उत्तर प्रदेश राज्य में कई एतिहासिक परंपराएं प्राचीन काल से चली आ रही है। यहाँ पर कई धर्म एवं जाति वर्ग के लोग रहते है, और विभिन्न तरह के त्यौहार और लोक गीतों का आयोजन अपनी परम्पराओं के अनुसार करते है। पुराने समय से चली आ रही उत्तर प्रदेश की परंपराएं का आज की पीढ़ी भी सम्मान करती है और इनका पालन करती है.
उत्तर प्रदेश का लोक गीत अपने रूप में एक अलग पहचान व्यक्त करता है, राज्य के अनेक वर्ग एक लोग अपने रशमो के हिसाब से लोकगीतों का आयोजन करते है। राज्य के यह लोकगीत आनंददायक का अवसर प्रदान करते है. यहाँ पर उत्तर प्रदेश के लोक गीतों की सूची दे प्रकाशित कर दी गई है, जोकि यूपीएससी-प्रीलिम्स, एसएससी, बैंकिंग, राज्य सेवा, एनडीए, सीडीएस और रेलवे जैसे प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए महत्वपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश दिवस जीके प्रश्न और उत्तर
उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक गीत (Major Folk Music of Uttar Pradesh in Hindi)
सोहर
इस गीत को बच्चे के जन्म की दौरान ख़ुशी मानाने के रूप में वर्णित किया गया है।
कहरवा
कहरवा लोकगीत कहार जाति द्वारा घर में विवाह के समय गाया जाता है।
चनैनी
यह एक प्रकार का नृत्य संगीत है।
नौका झक्कड़
यह लोकगीत नाई समुदाय में अधिक लोकप्रिय है और नाई का गीत माना जाता है।
बंजारा और जावा
संगीत की इस विधा को तेली वर्ग के लोग रात के समय गाते हैं।
कजली या कजरी
सावन के महीने का यह लोकगीत महिलाओं का पसंदीदा होता है। यह लोकगीत अर्ध-शास्त्रीय गायन के रूप में भी विकसित हुआ है और इसकी गायन शैली बनारस घराने से निकटता से जुड़ी हुई है।
जरेवा और सदावजरा सारंगा
संगीत का यह लोकगीत लोक-पत्थरों के लिए गाया जाता है।
Uttar Pradesh Gk Questions in Hindi
उत्तर प्रदेश राज्य में गज़ल और ठुमरी
इन लोक-गीतों के अलावा भी, उत्तर प्रदेश राज्य में गज़ल और ठुमरी (अर्ध-शास्त्रीय संगीत का एक रूप, जो कभी शाही दरबार तक ही सीमित था) अवध क्षेत्र में बहुत अधिक लोकप्रिय माना जाता हैं और कव्वाली (सूफी कविता का एक रूप, जो भजनों से विकसित हुई) सुनना भी लोग काफी पसंद करते हैं।
ब्रज क्षेत्र के प्रमुख लोक गीत
झूला, होरी, फाग, लंगुरिया और रसिया यह ब्रज क्षेत्र के प्रमुख लोक गीत माने जाते हैं।
बुंदेलखंड के प्रमुख लोक गीत
हरदौल, पंवारा, ईसुरी फाग और आल्हा बुंदेलखंड के प्रमुख लोक गीत हैं।
पूर्वांचल के प्रमुख लोक गीत
कजरी, झूमर, झूला, बिरहा और सोहर पूर्वांचल के प्रमुख लोक गीत हैं।