रामचन्द्र शुक्ल के ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ में दर्ज अष्टछाप के प्रारम्भिक चार कवियों का सही अनुक्रम है-
Asked: यू.जी.सी. नेट/जे. आर. एफ परीक्षा, 30-9-2022 का हल प्रश्न-पत्र
1. नन्ददास
2. सूरदास
3. परमानन्ददास
4. कृष्णदास
विकल्प:
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(A) 2, 1, 4,3
(B) 1, 2, 3, 4
(C) 4, 3, 2, 1
(D) 3, 4, 1, 2
Answer:
Option: (A) रामचन्द्र शुक्ल के अनुसार, “अष्टछाप के आठ कवि हैं-सूरदास, कुंभनदास, परमानंददास, कृष्णदास, छीतस्वामी, गोविन्दस्वामी, चतुर्भुजदास और नंददास”. इनमें प्रथम चार सूरदास, कुंभनदास, परमानंददास और कृष्णदास बल्लभाचार्य के शिष्य तथा अन्तिम चार छीतस्वामी, गोविन्द स्वामी, चतुर्भुजदास और नंददास विठ्ठलनाथ के शिष्य हैं. प्रश्न में अष्टछाप के प्रारम्भिक चार कवियों का अनुक्रम पूछा गया है. अतः प्रश्नांकित सही अनुक्रम- सूरदास, परमानंददास और कृष्णदास है. नंददास अष्टछाप के अन्तिम और विठ्ठलनाथ के शिष्य भक्त कवि हैं. NΤΑ ने विकल्प (A) अर्थात् सूरदास, नंददास, कृष्णदास परमानंददास को सही अनुक्रम माना है. आचार्य शुक्ल के कथन “अष्ट- छाप में सूरदासजी के पीछे इन्हीं का नाम लेना पड़ता है.” तथा इन कवियों के विस्तृत विवेचन क्रम के आधार पर NTA का उत्तर सही है.