World AIDS Day in Hindi – विश्व एड्स दिवस कब और क्यों मनाया जाता है

World AIDS Day in Hindi: प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है, अगस्त 1987 में विश्व एड्स दिवस मानाने वाले पहले व्यक्ति जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर थे। लोगो में संक्रमण की वजह से होने वाले इस एड्स रोग के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए हर वर्ष 1 दिसंबर को एड्स दिवस मनाया जाता है। साथ ही इस बिमारी के कारण हुई मृत्यु लोगो को याद करने के लिए भी मनाया जाता है।

विश्व एड्स दिवस

जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर विश्व विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में एड्स पर ग्लोबल कार्यक्रम के लिए जिनेवा, स्विट्जरलैंड में एक अधिकारीयों के रूप में कार्यरत थे। एड्स दिवस विश्व भर में सरकार द्वारा चालित सरकारी संगठनो और एनजीओं के द्वारा लोगो में जागरूकता फ़ैलाने और इसकी रोकथाम व् बचाव के लिए कार्यक्रम चलाये जाते है। विश्व एड्स दिवस के रूप में आठ सरकारी सार्वजनिक स्वास्थ्य दिवासों को चिह्नित किया गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा वर्ष 1995 में आधिकारिक तौर पर इस दिन को अधिसूचित किया है।

एड्स दिवस की थीम 2024 – Aids Day theme 2024

इस साल विश्व एड्स दिवस 2024 का विषय है “सही मार्ग अपनाएं” (Take the rights path: My health, my right!) रखा गया है।

एड्स दिवस की थीम 2023 – – Aids Day theme 2023

इस वर्ष वर्ल्ड एड्स डे की थीम लेट कम्यूनिटीज लीड (Let Communities Lead) रखी गई है। एड्स की रोकथाम में समाज की अहम भूमिका के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए, इस खास थीम को चुना गया है।

एड्स बीमारी के सामान्य लक्षण

निम्न मुख्य क्षण एड्स बीमारी से सम्बंधित है इन लक्षणों को नजरअंदाज न करे और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  1. वजन घटना
  2. बुखार
  3. मांसपेशियों में दर्द
  4. जोड़ो का दर्द
  5. गले में खराश
  6. थकान
  7. बढ़ी हुई ग्रंथियाँ
  8. ठंड लगना
  9. दुर्बलता
  10. लाल चकत्ते
  11. रात के दौरान पसीना

एचआईवी होने के कारण

इसका संक्रमण कई कारणों से फैल सकता है जैसे एक ही इंजेक्शन का कई लोगों में प्रयोग करना एवं इसके अधिकतम मामलों में असुरक्षित यौन संबंध बनाना है।

एड्स स्वास्थ्य मुद्दों में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस बीमारी के लिए एंटीरेट्रोवाइरल उपचार की जागरूकता विश्व स्तर पर वर्तमान में जारी है, लेकिन फिर भी एड्स की बिमारी बच्चो समेत कई लोगों के जीवन को ग्रसित कर रहा है।

एड्स रोकथाम के लिए सरकारी अभियान

एड्स रोकथाम के लिए कई तरह के विश्व एड्स अभियान चलाये जाते है और इसके लिए जागरूकता फैलाई जाती है जिनका चयन डब्ल्यूएचओ, यूएनएड्स (एचआईवी और एड्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम) जैसी कई वैश्विक और घरेलू एजेंसियों द्वारा किया जाता है। विश्व एड्स अभियान (डब्ल्यूएसी) की वैश्विक संचालन समिति द्वारा वर्ष 2008 से शुरू हर साल इस विषय का चयन किया जाता है।

एड्स दिवस पर थीम

2005-10 के दौरान, प्रत्येक वर्ष विश्व के लिए एड्स दिवस के लिए चुना गया विषय था। “बंद करो एड्स” एक विषय है जो प्रत्येक वर्ष विश्व के लिए 2005-10 के दौरान एड्स दिवस के लिए चुना गया विषय था, इस विषय का लक्ष्य वर्ष 2010 तक एचआईवी/एड्स जैसी गम्भीर बिमारी की रोकथाम, देखभाल, समझदारी, उपचार और जागरूकता के लिए साथ ही व्यक्ति को इस कार्यक्रमों को अपनाने में बल देना था।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 2010 में इस दिवस के चलते पूरी तरह से एक अन्य थीम पर ध्यान दिया गया था। इस मौके पर एडवर्ड डी पडीला द्वारा फालेन गार्डियन एंजेल्स (FGA) को थीम बनाया गया था और इसे “विश्व एड्स दिवस की ऑफिसियल स्क्रिप्ट” भी बनाया गया था। FGA इस गम्भीर बिमारी के कही तरहे के विषयों की व्याख्या करता है और समलैंगिक व् अन्य व्यक्तियों के सभी सूचक और एचआईवी/एड्स के बारे में वर्णन करता है जोकि वर्ष 1985 में पहले वर्ष ही इस महा बिमारी से ग्रसित थे।

वर्ष 2012 के बाद इस दिवस के लिए बनाई गई थीम जो थी “शून्य के स्तर को प्राप्त करना और इसके संक्रमण को शून्य रखना”। वर्ष 2014 में, इस दिवस के लिए अमेरिकी फेडरल विषय था”: साथी के ऊपर ध्यान देना और एड्स मुक्त पीढ़ी को प्राप्त करना”।

एड्स रोकथाम के लिए उपाय

  1. इस अभी तक कोई उपचार बचाव का टीका नहीं हैं।
  2. इसके बचाव के लिए सु‍रक्षित यौन संबंध के लिए निरोध या कंडोम का उपयोग करें।
  3. ईलाज के दौरान जीवाणुरहित या डिस्‍पोजेबल सिरिंज व सूई का ही उपयोग करवाएं।
  4. यदि कोई महिला एच। वाई। वी। संक्रमित है तो वे महिला गर्भधारण करने से बचे।
  5. लोगो को एड्स बचाव के लिए अधिक से अधिक जागरूक करना।

एड्स जैसी बीमारी की रोकथाम व उपचार के लिए आईएवीआई एक अंतरराष्ट्रीय गैर लाभ, सार्वजनिक-निजी जैसे संगठन टिके के विकास को प्रोत्साहित करने का कार्य करती है।

दिसम्बर के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवस

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