World Ozone Day: विश्व ओजोन दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, इतिहास, Safety Measures
- विवेक कुमार
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World Ozone Day – हर वर्ष16 सितंबर को वर्ल्ड ओजोन दिवस मनाया जाता है. इसका मकसद लोगों को प्रकृति को लेकर जागरूक करना है. इस World Ozone Day लोगों को कई तरह के कार्यक्रम के द्वारा समझाया जाता है कि इस World Ozone Day – विश्व ओजोन दिवस का क्या महत्व है.हमने यहाँ पर World Ozone Day – विश्व ओजोन दिवस कब और क्यों मनाया जाता है. साथ ही World Ozone Day – विश्व ओजोन दिवस का इतिहास, सुरक्षा के उपाय प्रकशित किये है.
विश्व ओजोन दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
हर साल 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मानवों को प्राकृतिक जीवन के महत्व के प्रति जागरूक करना है। इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1964 में की थी। इस दिन, विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को यह समझाया जाता है कि इस दिन का क्या महत्व है। प्रतिवर्ष, ओजोन दिवस पर लोगों को क्लोरोफ्लोरोकार्बन, प्लास्टिक, और अन्य हानिकारक पदार्थों के उपयोग को कम करने और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की सलाह दी जाती है।
क्यों जरूरी है विश्व ओजोन दिवस मनाना?
ओजोन परत की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए हुए हर वर्ष ओजोन डे या ओजोन दिवस दिवस मनाना बेहद आवश्य है ताकि हर हमारे आस-पास रह रहे नागरिकों को ओजोन परत के बारे में सटीक जानकारी देकर जागरूक फैलाई जा सके. हर वर्ष ओजोन दिवस पर नागरिकों को क्लोरोफ्लोरोकार्बन, प्लास्टिक आदि सभी हानिकारक पदार्थों के उपयोग को कम से कम इस्तेमाल कर और अधिक से अधिक पेड़ लगाने की सलाह दी जाती है.
‘विश्व ओजोन दिवस’ का इतिहास – World Ozone Day History
वैज्ञानिकों ने साल 1970 में दुनिया को ओजोन परत में छेद होने की जानकारी दिलाई। इसके पश्चात्, विश्वभर में इस समस्या का समाधान ढूँढने के लिए बैठकें हुई। साल 1985 में, ओजोन परत की सुरक्षा के लिए वियना कन्वेंशन को अपनाया गया। संयुक्त राष्ट्र और 45 अन्य देशों ने मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को 15 सितंबर 1987 को हस्ताक्षर किया, जिसमें ओजोन क्षतिग्रस्त पदार्थों के उपयोग को रोकने के माध्यमों पर सहमति दी गई। इसके बाद, 19 दिसंबर 1994 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस मनाने का निर्णय लिया, और साल 1995 में पहला विश्व ओजोन दिवस मनाया गया.
ओजोन लेयर क्या है? – What is Ozone Layer in Hindi
ओजोन लेयर वायुमंडल की एक परत है जो ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं के मिलने से बनती है और यह पृथ्वी को सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ओजोन लेयर पृथ्वी पर मौजूद जीव-जंतुओं और पौधों को सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने में मदद करती है। 1913 में, फ्रांस के भौतिकविदों चार्ल्स फैबरी और हेनरी बुसोन ने इस परत की खोज की थी।
Our survival relies on the ozone layer.
— United Nations (@UN) September 15, 2021
On Thursday's #OzoneDay, @UNEP explains why the ozone layer is so important and how we can all #ActNow to help protect it: https://t.co/uU16zDPLQD pic.twitter.com/W9VbWuL59X
अल्ट्रावायलेट किरणों से नुकसान – Harm from Ultraviolet Rays
- समय के साथ हम नए एप्लायंसेज और टेक्नोलॉजी पर ज्यादा डिपेंडेंट हो गए हैं, जिसमें फ्रिज और एसी जैसे उपकरण भी शामिल हैं.
- इन उपकरणों से निकलने वाली गैस ओजोन लेयर को नुकसान पहुंचा सकती है, जो आपातकालीन होता है.
- अल्ट्रा-वॉयलेट किरणों के प्रभाव से हमारे त्वचा का मेलेनिन (Melanin) बढ़ता है, जिससे स्किन कलर निर्धारित होता है.
- मेलेनिन पिगमेंट की अधिकता से डार्क स्किन कलर हो सकता है, और यह त्वचा कैंसर का कारण भी बन सकता है.
- यूवी किरणों के प्रभाव से स्किन का कसाव कम हो सकता है, जिससे त्वचा को डैमेज हो सकता है और सिकुड़ सकती है.
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अल्ट्रावायलेट किरण बनाते हैं समय से पहले बुढ़ा – Ultraviolet Rays Cause Premature Aging
अल्ट्रावायलेट किरणों के कारण, चेहरे पर फाइन लाइन्स और झुर्रियां दिखाई देने लगती हैं, जिससे लोग समय से पहले बुढ़े लगने की तरफ बढ़ते हैं। इसके अलावा, यूवी किरणें हमारी आंखों को भी हानि पहुंचाती हैं, जिससे मोतियाबिंद जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इन किरणों का असर हमारे इम्यून सिस्टम पर भी होता है, जिससे हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है और लोग आसानी से इंफेक्शन और बीमारियों के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं।
ओजोन की सुरक्षा के उपाय – Ozone Safety Measures
- सनस्क्रीन लगाएं.
- विटामिन सी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें.
- वाहन का इस्तेमाल कम से कम करें.
- रबर और प्लास्टिक के टायर न जलाएं, इस प्रयास को बढ़ावा दें.
- ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं.
- पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले पेस्टिसाइड का उपयोग कम करें.