जाने विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 क्यों और कैसे मनाया जाता है? इतिहास, महत्व और का थीम – World Post Day in Hindi
- विवेक कुमार
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World Post Day 2023 in Hindi – जाने विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 क्यों और कैसे मनाया जाता है? इतिहास, महत्व और का थीम
World Post Day in Hindi:- हर साल इसे 9 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है।. इस आर्टिकल में हम जानेंगे की विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 – World Post Day in Hindi क्यों और कैसे मनाया जाता है? इतिहास, महत्व और का थीम
जाने विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 क्यों और कैसे मनाया जाता है?
विश्व डाक दिवस हर साल 9 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत 1969 में हुई थी, और उसी साल पहला विश्व डाक दिवस मनाया गया था, और तब से हर साल 9 अक्टूबर को यह महत्वपूर्ण दिन मनाया जाता है। भारत में भी राष्ट्रीय स्तर पर डाक दिवस मनाया जाता है, लेकिन इसे भारत में दिवस से अधिक समय तक मनाया जाता है, जिसे ‘नेशनल पोस्टल वीक’ या ‘राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के रूप में जाना जाता है।
डाक सेवा ने भारत में कई लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए है और साथ ही इस सेवा ने सामाजिक और आर्थिक विकास में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत में राष्ट्रीय डाक सप्ताह का आयोजन हर साल 9 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक किया जाता है। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विश्व डाक दिवस का उद्देश्य है पर्यावरण के प्रति सजागता बढ़ाना और साजिश करना कि डाक सेवा प्लास्टिक और प्रदूषण को कम करने में अपना योगदान देती है। इस समय, यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन ने इस दिन को चिह्नित करने के लिए जोड़ने का काम किया है, क्योंकि डाक सेवा ने लोगों को और देशों को आपस में जोड़ा है और आपसी सहयोग को बढ़ावा दिया है.
विश्व पशु दिवस (वर्ल्ड एनिमल डे)
विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) का इतिहास
- 1840 के इंग्लैंड में, प्रीपेड डाक प्रणाली की शुरुआत हुई थी।
- इस प्रणाली में, डाक पत्रों के लिए पहले से ही भुगतान करना आवश्यक था, जिसे प्रीपेड कहा जाता है।
- इस प्रणाली की शुरुआत सर रॉलैंड हिल ने की थी, और उन्होंने डाक सेवा को सुधारने के उद्देश्य से इसे प्रारंभ किया था।
- इस प्रणाली में, घरेलू सेवा के लिए एक विशेष श्रेणी निर्धारित की गई, जिसमें समान भार वाले सभी पत्रों के लिए एक समान दर थी।
- सर रॉलैंड हिल ने दुनिया की पहली डाक टिकट को भी पेश किया, जिसने डाक सेवा को और अधिक सुविधाजनक बनाया।
विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 का महत्व
विश्व डाक दिवस के माध्यम से लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं, इस दिन को मुख्य रूप से डाक सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य देशों के विकास में सेवाओं की आर्थिक और सामाजिक महत्व को और भी बढ़ाना है।
विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 के लिए थीम
- Post for Planet
विश्व डाक दिवस (वर्ल्ड पोस्ट डे) 2023 के बारे में तथ्य – World Post Day in Hindi
- दुनिया की लगभग 82% आबादी को पोस्ट से होम डिलीवरी की सुविधा मिलती है।
- 77% लोग ऑनलाइन पोस्ट सेवाओं का भी उपयोग करते हैं।
- मार्च 2017 तक भारत में कुल 1,54,965 पोस्ट ऑफिस थे, और देश में 23 पोस्टल सर्किल हैं, प्रत्येक में चीफ पोस्टमास्टर जनरल होता है।
- दुनिया का सबसे ऊंचा पोस्ट ऑफिस हिमाचल प्रदेश के हिक्किम में स्थित है।
- पहले, पोस्ट ऑफिस एक समय में 100 मील की दूरी पर दो आना शुल्क वसूलता था।
- गांधीजी थे पहले व्यक्ति जिनकी छवि पहले स्वतंत्र भारत के टिकट में शामिल की गई थी।
- भारत में सबसे पहला पोस्ट ऑफिस ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1774 में कोलकाता में स्थापित किया गया था।
- भारत का पहला डाक टिकट 21 नवंबर 1947 को जारी किया गया था, इसमें भारत का राष्ट्रीय ध्वज दिखाया गया था।
- साल 1984 में, सबसे रंगीन टिकटों के लिए कोचीन के टिकटों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रखा गया था।